चोधो सनम काहे का गम
हँसते रहो खिलते रहो
and
रुक जाना नहीं तू कहीं हार के,
काँटों पे चल के मिलिंगे साए बहार के
ओराही.. ओ राही..
and
तेरे हम सफर गीत हैं तेरे
गीत ही तो जीवन मीत हैं तेरे
My eternal gratitude to my father for developing a love of music in all of us. He had the most amazing music collection of all the people I have ever known!
1 comment:
Hey.......cant make out the lyrics if thz wat u put der.
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